मप्र की सबसे हॉट सीट कही जाने वाली सांवेर विधानसभा उपचुनाव के लिए मंगलवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक चलेगी। कोरोना काल में पहली बार हो रहे मतदान के दौरान बूथ पर सबकुछ बदला-बदला था। यहां पर वोट डालने वालों को इस बार कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ा। सबसे पहले मतदाताओं के हाथ सैनिटाइज करवाए गए। इसके बाद थर्मल स्कैनिंग हुई। अंत में एक हाथ में ग्लव्ज पहनाया गया और फिर मतदान के लिए भीतर भेजा गया। भीतर पहुंंचने के बाद पर्ची मिलान के बाद हस्ताक्षर और दाएं हाथ में ग्लव्ज होने से बाएं हाथ में स्याही लगाई गई। अंतिम में मतदाता ईवीएम तक पहुंचा और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोल घेरे बनाए गए हैं।
इस बार सांवेर से 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा, कांग्रेस, बसपा, जनता दल के साथ ही 9 निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सबसे रोचक बात यह है कि पिछली बार कांग्रेस के बैनर तले जीते तुलसी सिलावट इस बार भाजपा के प्रत्याशी हैं। सिलावट ने पिछली बार भाजपा के राजेश सोनकर को पराजित किया था। इस बार उनके सामने कांग्रेस की ओर से प्रेमचंद गुड्डू उन्हें टक्कर दे रहे हैं।
सांवेर विधानसभा के बूथ क्रमांक - 201 में थर्मल स्कैनिंग करता मतदान दल।
युवा निभाएंगे बड़ी भूमिका
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 70 हजार 118 मतदाता हैं, इनमें 1 लाख 38 हजार 425 पुरुष मतदाता और 1 लाख 31 हजार 690 महिला मतदाता हैं। वहीं, 3 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इस बार युवा मतदाता चुनाव में हार-जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। क्षेत्र में करीब 76 हजार मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 18 से 29 साल के बीच हैं। 23 हजार 628 तो ऐसे वोटर हैं जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
7 बजे के पहले ही कई बूथों पर भीड़ पहुंच गई थी।
वोटिंग के लिए कुल 380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। शहरी क्षेत्र में 61 मतदान केंद्रों को तैयार करने की जवाबदारी नगर निगम ने निभाई है। वहीं, बचे हुए 319 मतदान केंद्र जिला पंचायत द्वारा तैयार किए गए हैं। इन मतदान केंद्रों में मतदाताओं के लिए सभी तरह की सुविधाएं जुटाई गई हैं। सभी मतदान केंद्रों में मतदाताओं के लिए सैनिटाइजर, ग्लव्स, मास्क आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं। इस कार्य के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर 4-4 कर्मचारियों विशेष दल अलग से तैनात किए गए हैं। चुनाव के लिए 39 सेक्टर डॉक्टर्स भी तैनात किए गए हैं।
महिलाएं भी वोट डालने पहुंचीं।
मतदान केंद्र में पहुंचने वाले मतदाताओं के बैठने के लिए टेंट लगाए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों में पंखा विद्युत व्यवस्था, पेयजल, टॉयलेट आदि व्यवस्था की गई है। इस बार 494 मतदान दल पूरी व्यवस्था को संभाल रहे हैं। मतदान केंद्रों पर 1976 मतदान कर्मियों को लगाया गया है। 39 सेक्टर अधिकारी पूरी मतदान व्यवस्था का नियंत्रण कर रहे हैं। मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए 1200 पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मचारी लगाए गए हैं। लगभग 94 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इन मतदान केंद्रों को सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से वेब कास्टिंग से जोड़ा गया है।
कोविड से बचाव के लिए दी गई अलग से सामग्री
मतदान सामग्री के साथ ही कोविड से बचाव के लिए आयोग से आए मास्क, ग्लव्ज, सैनिटाइजर, थर्मल गन आदि भी मतदान केंद्रों पर पहुंचाया गया है। इन सामग्री की अलग से पैकिंग की गई है। ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को ताजा भोजन, चाय-नाश्ता और आरओ पानी के साथ ही रजाई-गद्दे और मच्छर भगाने के लिए मॉसकीटो क्वाॅइल भी दी गई है। शहरी क्षेत्र के पोलिंग बूथ पर यह सुविधा नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्र के पोलिंग बूथ पर यह सभी सुविधाएं जिला पंचायत द्वारा मुहैया कराई गई है।
सांवेर विधानसभा के बूथ क्रमांक - 201 में थर्मल स्कैनिंग करता मतदान दल।