कपिल सिब्बल ने कहा- चुनी हुई सरकार गिराने के लिए दिल्ली की 'वुहान जैसी फैसिलिटी' से फैल रहा भ्रष्टाचार का वायरस, वैक्सीन की जरूरत है

Posted By: Himmat Jaithwar
7/19/2020

राजस्थान में सियासी उठापटक का रविवार को 10वां दिन है। विधायकों की खरीद फरोख्त और सरकार के खिलाफ साजिश को लेकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि दिल्ली में 'वुहान जैसी सुविधा' के जरिए भ्रष्टाचार का वायरस चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए फैला है। इसके लिए वैक्सीन की जरूरत है।

उधर, पायलट गुट के विधायक दिल्ली-एनसीआर में किस होटल में ठहरे हैं, इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है। सूत्रों की मानें तो इनमें 6 विधायक मानेसर के ही किसी होटल में ठहरे हैं। बाकी विधायकों को नई रणनीति के तहत अलग-अलग होटलों में रखा जा रहा है।

लाइव अपडेट्स

  • जयपुर में कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा कि राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग वोट डालने नहीं जाएंगे। लोकतंत्र बचाने की जरूरत है। जब एसओजी की टीम हरियाणा पहुंची तो उसे रोक दिया गया। विधायकों को भागने का मौका दिया गया। अगर भाजपा का रोल नहीं है तो ये विधायक भाजपा शासित राज्यों में क्यों जा रहे हैं।
  • कांग्रेस एमएलए राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि हमारे पास 100 विधायक हैं। अगर हमारे पास बहुमत ना हो तो भाजपा को फ्लोर टेस्ट की मांग करनी चाहिए। संजय जैन छह महीने पहले मेरे पास आया था। उसने वसुंधरा राजे और दूसरे नेताओं से मिलने के लिए कहा था। उसके जैसे दूसरे एजेंट भी हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए।
  • विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि भाजपा ने कभी फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं की है। अभी भी नहीं कर रही है। हम उनकी लड़ाई को देख रहे हैं। जब सही वक्त आएगा। हम जरूर कदम उठाएंगे। फिलहाल हमें जबरन इस मामले में घसीटा जा रहा है।
  • कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट किया, ' पुलिस की जांच चल रही है। एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। फिर भी भाजपा ऑडियो टेप की जांच में रुकावट डालने के लिए सीबीआई की मांग कर रही है।"

दरअसल, विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े फोन टैपिंग मामले पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार देर रात राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। इसमें पूछा गया कि फोन किस आधार पर टेप किए गए? इससे पहले, सुबह भाजपा ने इस मुद्दे पर सवाल उठाए थे और सीबीआई जांच की मांग की थी।

22 जुलाई को विधानसभा सत्र बुला सकते हैं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सदन में अपनी ताकत दिखाने के लिए बुधवार को विधानसभा का सत्र बुला सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार सोमवार को बागी विधायकों की याचिका पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद इस पर विचार करेगी। स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को अयोग्य ठहराने का नोटिस जारी किया था। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने शनिवार शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से चार दिन में दूसरी बार मुलाकात की। इसे उन्होंने औपचारिक मुलाकात बताया। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि इस दौरान उन्होंने विधानसभा सत्र बुलाने पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से चार दिन में दूसरी बार मुलाकात की।

बीटीपी के दो विधायक सरकार के साथ आए  
भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक हैं। इन्होंने शनिवार को गहलोत से मिलकर अपना समर्थन पत्र सौंपा। पहले बीटीपी ने तटस्थ रहने की बात कही थी। ऐसा बताया जा रहा है कि राज्यपाल से मुलाकात के दौरान गहलोत ने यह भी जानकारी भी दी।

बीटीपी विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद ने शनिवार शाम को सीएम गहलोत को समर्थन पत्र दिया।

ऑडियो टेप की जांच के लिए एसआईटी बनाई

  • राजस्थान सरकार ने विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो टेप की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी के मुखिया सीआईडी के एसपी विकास शर्मा होंगे। एसआईटी में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी), स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) के एसपी स्तर के अधिकारी होंगे। 
  • विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन ऑडियो क्लिप सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक इनमें संजय जैन, गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की आवाज है। इनके खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने केस दर्ज किया है। 
  • एसआईटी विधानसभा अध्यक्ष को भी पत्र लिख सकती है। इसमें विधायक भंवरलाल शर्मा से पूछताछ की अनुमति मांगी जा सकती है। भंवरलाल दिल्ली में हैं।
  • संजय जैन को एसओजी ने चार दिन के लिए पूछ्ताछ के लिए रिमांड पर लिया है। उधर, इस मामले में गिरफ्तार अशोक सिंह और भरत मलानी ने वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया है। इनके वकील ने कहा कि मामला राजनीति से प्रेरित है। हमें फंसाया जा रहा है।

लगातार दूसरे दिन खाली हाथ रही एसओजी की टीम
आरोपी विधायकों के वॉइस सैंपल लेने और पूछताछ के लिए पायलट खेमे की तलाश में जुटी एसओजी शनिवार को दिल्ली के होटल में पहुंची तो वहां भी पायलट सहित उनके 19 समर्थक नहीं मिले। इससे पहले शुक्रवार को एसओजी की टीम हरियाणा के मानेसर स्थित होटल में पहुंची थी। तब हरियाणा पुलिस ने रोक दिया था। करीब एक घंटे बाद एंट्री मिली तब तक पायलट खेमा नदारद हो गया था। हालांकि, एसओजी ने कहा कि विधायकों को हम जल्द ही ढूंढ लेंगे।



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