इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) को ऑनलाइन कराने पर अड़ा है। उसका दावा है की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से बात कर नई तारीखों पर विचार होगा, जबकि शिक्षाविदों का कहना है कि यूनिवर्सिटी कोरोना के भयंकर संकट के बीच इंदौर सहित देशभर के 24 शहरों में परीक्षा करा ही नहीं पाएगी।
मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली सहित अन्य राज्यों में परीक्षा के केंद्र बनाए जाते हैं, जो संभव नहीं हैं। कई राज्यों में लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ने के आसार हैं। इंदौर में ही हालात इतने खराब हैं कि यहां भी दो से ढाई माह कोई परीक्षा करना मुश्किल है। CET में आठ विभागों के 34 कोर्स के लिए आवेदन होना है। देश के छह राज्यों के 24 शहरों में एग्जाम सेंटर बनाना है। एनटीए से परीक्षा कराने की बातचीत फाइनल की जाना है। हर शहर में बातचीत के लिए दो-दो प्रोफेसर की टीम बनाकर भेजना है। लगभग 17 हज़ार छात्रों की परीक्षा लेना है। लेकिन इसलिए संभव नहीं इंदौर-भोपाल सहित ज्यादातर शहरों में कोरोना संकट गंभीर, तीन माह शहर सामान्य होने के आसार नहीं।
एनटीए के पास अब समय की दिक्कत होगी। उसकी अन्य परीक्षाएं पहले से पेंडिंग। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर परीक्षा कराना संभव नहीं। परीक्षा की तैयारी के लिए एक माह लगता है। अभी तो इंदौर में तीन माह हालात सुधरने के आसार नहीं। रजिस्ट्रार अनिल शर्मा का कहना है कि 'अभी CET ऑनलाइन कराने का प्लान है। देर से होगी, मगर होगी। हम एनटीए से बात करेंगे। हम प्रयास करेंगे हालात सामान्य नहीं होते तो नए शहर जोड़ेंगे, तब तक कई शहरों में हालात सुधरेंगे।