खेलों का महाकुंभ ‘खेल चेतना मेला’ शनिवार से, 7 हजार से अधिक बच्चे लेंगे हिस्सा
क्रीड़ा भारती व चेतन्य काश्यप फाउंडेशन का भव्य आयोजन, शहर में निकलेगी खेल जागृति रैली
रतलाम | 20 दिसंबर 2025 |शहर में खेल संस्कृति को नई ऊर्जा देने वाला खेल चेतना मेला शनिवार से प्रारंभ होने जा रहा है। क्रीड़ा भारती एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 20 से 23 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस खेल महाकुंभ का शुभारंभ भव्य समारोह के साथ किया जाएगा। शुभारंभ से पूर्व शहर में खेल जागृति रैली निकाली जाएगी, जो कॉलेज ग्राउंड से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई नेहरू स्टेडियम पहुंचेगी। यहां मार्चपास्ट, ध्वज वंदन एवं अतिथियों के उद्बोधन के साथ खेल चेतना मेला विधिवत शुरू होगा।
नेहरू स्टेडियम में आयोजित शुभारंभ समारोह में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री निर्मला भूरिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। महापौर प्रहलाद पटेल एवं भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय विशेष अतिथि रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप करेंगे। इस अवसर पर एशियन यूथ पैरा गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता अब्दुल कादिर का विशेष सम्मान किया जाएगा।
खेल चेतना मेला आयोजन समिति के सचिव मुकेश जैन ने बताया कि आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और शहर के सभी खेल मैदान प्रतियोगिताओं के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस वर्ष मेले में विशेष आकर्षण के रूप में बालिका क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जो टेनिस बॉल से खेली जाएगी। इसमें शहर सहित आसपास के विभिन्न विद्यालयों की कई टीमें भाग ले रही हैं।
उन्होंने बताया कि खेल चेतना मेला में अब तक 100 से अधिक विद्यालयों की प्रविष्टियां प्राप्त हो चुकी हैं तथा विभिन्न खेल स्पर्धाओं में 7 हजार से अधिक खिलाड़ी सहभागिता करेंगे। जिस विद्यालय के सर्वाधिक खिलाड़ी खेल चेतना मेला की प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे, उसे विशेष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
आयोजन समिति ने अभिभावकों, स्कूल संचालकों एवं प्राचार्यों से अपील की है कि वे बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास के लिए उन्हें खेल गतिविधियों से जोड़ें और अधिक से अधिक संख्या में मैदान तक लाएं। साथ ही अभिभावकों से आग्रह किया गया है कि वे स्वयं उपस्थित रहकर बच्चों का उत्साहवर्धन करें, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ सके।