जन्म प्रमाण पत्र से लेकर डिस्चार्ज होने तक हर काम के तय है दाम

Posted By: Himmat Jaithwar
11/16/2022

सैलाना विकासखंड में शासकीय स्वास्थ्य सेवाओं के हाल बेहाल, आंख और कान बंद करके बैठे जिम्मेदार

रतलाम। जिले में स्वास्थ्य महकमा किस तरह से काम कर रहा है, इसका ताजा उदाहरण तेज इंडिया द्वारा पहले ही बताया जा चुका है लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदार आंख और कान बंद करके बैठे हुए। आदिवासी अंचल में स्वास्थ्य सेवाओं के हाल इस कदर बिगड़ चुके हैं कि यहां पर जन्म प्रमाण पत्र से लेकर मरीज के डिस्चार्ज होने तक पर काम के दाम तय है। 

स्वास्थ्य केंद्रों पर हर काम के दाम तय कर रखे हैं। तेज इंडिया ने जब इस चीज की पड़ताल की तो हकीकत सामने आ गई। यहाँ आयरन के 200 रुपए, मरीज को डिस्चार्ज के 20 रुपए, जन्म प्रमाण पत्र के 100 रुपए लिए जाते है। इतना ही नहीं अन्य कार्यों के लिए भी यहां पर अलग-अलग भेंट स्वीकार की जाती है। 

सैलाना विकासखंड के स्वास्थ्य केंद्रों पर चल रही मनमानी की जानकारी विभाग के जिम्मेदारों को पता है लेकिन सब कुछ जान कर भी यहां के जिम्मेदार अनजान बनकर बैठे हैं। इन केंद्रों पर हो रही मनमानी का शिकार क्षेत्र के भोले-भाले आदिवासी परिवारों के साथ अन्य सदस्य हो रहे हैं। यहां की कर्मचारियों की मनमानी के पीछे सीधे तौर पर जिम्मेदार कहीं ना कहीं विकास खंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) जीतेंद्र रायकवार भी है। इन्ही के संरक्षण में स्वास्थ्य केंद्रों से हर महीने वसूली का खेल चल रहा है।

सैलाना विकासखंड में स्वास्थ्य केंद्रों पर चल रही मनमानी पिछले दिनों तेज इंडिया ने दिखाई थी, जिसमें सफाई कर्मी को मरीजों का इलाज करते और ग्रामीणों से रुपए लेते दिखाया गया था। उक्त समाचार प्रकाशित होने के बाद भी जिम्मेदारों ने आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की और मामले में लीपापोती करने में लगे है। विभाग में चल रहे कार्यों की यह तस्वीर शासन की शुचिता और ईमानदारी से कार्य करने के दावों की पोल खोल रखी है।



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