CBSE ने सिलेबस से जो टॉपिक्स हटाएं, उनसे भी आते हैं प्रतियोगी परीक्षाओं में सवाल

Posted By: Himmat Jaithwar
7/10/2020

सीबीएसई ने हाल में अपने सिलेबस को 30 प्रतिशत कम कर दिया है, लेकिन जब तक कॉम्पीटिटिव एग्जाम का सिलेबस कम नहीं होता, तब तक छात्रों को इसका फायदा नहीं मिलेगा। जो टॉपिक हटाए गए हैं, उनसे संबंधित सवाल प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते हैं। ऐसे में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए इन टॉपिक्स को पढ़ने ही होगा। अगर अगले साल प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर ही हुई तो भी छात्रों को तैयारियाें का कम समय मिलेगा। 

अगले सेशन के लिए कम किया सिलेबस

सीबीएसई ने साल 2020-21 के सेशन के समय को देखते हुए सिलेबस कम किया है। एक्सपर्ट का कहना है कि कंपीटिशन एग्जाम का सिलेबस भी कम किया जाना चाहिए और यही टॉपिक्स हटाए जाने चाहिए जो सीबीएसई ने हटाए हैं। सीबीएसई ने कैमेस्ट्री में से पॉलीमर्स तथा केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ दोनों ही चैप्टर्स को हटा दिया है। सोल्यूशन से एबनॉर्मल कोलिगेटिव प्रॉपर्टीज से संबंधित वांट-हाफ फैक्टर को भी हटा दिया गया है।

ये डिलीट किए साइंस में

फिजिक्स से जेनर डायोड, साइक्लोट्रॉन, कलर कोडिंग ऑफ कार्बन रेजिस्टर्स को हटाया है। बायोलॉजी में से इकोलॉजी, एनवायरनमेंट आदि को बाहर किया। मैथेमेटिक्स में इन्वर्स ट्रिग्नोमेट्रिक फंक्शन आदि हटाए हैं।

आर्ट्स में इन्हें हटाया गया

होम साइंस दसवीं व 12वीं में से पांच पांच टॉपिक्स हटाए हैं। इनमें कम्यूनिकेशन स्किल्स, केयर एंड एजुकेशन आदि हैं। सोशियोलॉजी में दसवीं के तीन व 12वीं के चार टॉपिक्स हटाए गए हैं। 12वीं ज्योग्राफी में कुल आठ टॉपिक्स हटाए गए हैं।

कॉमर्स से हटाया अकाउंटिंग ऑफ बिल एक्सचेंज

अकाउंटेंसी में बैंक रिकॉन्सिलिएशन स्टेटमेंट, अकाउंटिंग ऑफ बिल एक्सचेंज आदि टॉपिक्स हैं। बिजनेस स्टडीज में से कुल 22 टॉपिक्स हटाए गए हैं। इनमें जीएसटी कॉन्सेप्ट, एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट ट्रेड, डिमॉनिटाइजेशन काॅन्सेप्ट आदि शामिल हैं। इकोनॉमिक्स में कुल दस टॉपिक्स डिलीट किए गए हैं। इनमें स्टेटेस्टिकल टूल, मनी एंड बैंकिंग व बैलेंस ऑफ पेमेंट आदि यूनिट के टॉपिक्स शामिल हैं।



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