पिता केके सिंह ने रिया और श्रुति मोदी को मैसेज भेजे थे, कहा था- बेटे से एक बार बात करवा दो; सामने आए वॉट्सऐप स्क्रीनशॉट

Posted By: Himmat Jaithwar
8/11/2020

सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर नया खुलासा हुआ। सुशांत के पिता केके सिंह के मुताबिक, उन्होंने रिया चक्रवर्ती और सुशांत की मैनेजर रही श्रुति मोदी को बेटे से बात कराने की गुजारिश करते हुए मैसेज किए थे। दोनों ने ही इनका जवाब नहीं दिया। केके सिंह ने रिया को यह मैसेज 29 नवंबर 2019 को किया था। सिंह ने इन वॉट्सऐप मैसेज के स्क्रीनशॉट जारी किए हैं।

यह मैसेज सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती को किया था। रिया ने यह मैसेज पढ़ा लेकिन इसका जवाब नहीं दिया।

रिया से कहा था- कॉल करके हमें जानकारी दो

केके सिंह ने रिया को किए मैसेज में लिखा था- जब तुम जान गई हो कि मैं सुशांत का पापा हूं, तो बात क्यों नहीं की। आखिर बात क्या है? फ्रेंड बनकर उसकी देखभाल और इलाज करवा रही हो, तो मेरा भी फर्ज बनता है कि सुशांत के बारे में सारी जानकारी मुझे भी रहे। इसलिए कॉल कर मुझे भी सारी जानकारी दो।

यह मैसेज सुशांत के पिता ने श्रुति मोदी को किया था। श्रुति मोदी रिया और सुशांत दोनों की मैनेजर थीं।

श्रुति मोदी को किए मैसेज में केके सिंह ने क्या लिखा था
29 नवंबर 2019 को ही केके सिंह ने श्रुति मोदी को भी मैसेज किया था। इसमें लिखा था- मैं जानता हूं कि सुशांत के सारे कर्ज और उसे भी तुम ही देखती हो। वह अभी किस स्थिति में है, इसके लिए बात करना चाह रहा हूं। सुशांत से बात हुई थी तो उसने कह रहा था कि मैं बहुत परेशान हूं। अब तुम सोचो कि एक पिता को कितनी चिंता होगी उसके लिए। इसलिए तुमसे बात करना चाह रहा था। अब तुम बात नहीं कर रही हो तो मैं मुंबई आना चाहता हूं। फ्लाइट का टिकट भेज दो।

मर्डर एंगल से जांच हो

सीबीआई टीम सोमवार शाम हरियाणा के फरीदाबाद पहुंची। यहां सुशांत की बहन प्रियंका रहती हैं। अभिनेता के पिता और छोटी बहन मीतू भी फिलहाल यहीं हैं। एडिशनल एसपी अनिल कुमार यादव की अगुआई वाली टीम ने 2 घंटे तक परिवार के बयान दर्ज किए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- सुशांत की बहन ने सीबीआई टीम से कहा कि मामले की जांच मर्डर एंगल से होनी चाहिए।

अब तक का घटनाक्रम: संक्षेप में

सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई में अपने फ्लैट में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है। सुशांत के पिता इस जांच से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने बिहार में एफआईआर दर्ज कराई। बिहार पुलिस जांच के लिए मुंबई पहुंचीं। उसे मुंबई पुलिस का सहयोग नहीं मिला। इस बीच बिहार सरकार की सिफारिश पर मामला सीबीआई के हवाले कर दिया गया। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से अलग जांच कर रहा है।



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