19 विधायकों के इस्तीफे, कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए एक्टिव हुए कांग्रेस के चाणक्य

Posted By: Himmat Jaithwar
3/10/2020

नई दिल्ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद अब खबर आ रही है कि कांग्रेस के 19 विधायकों ने विधानसभा की सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया है। हालाँकि यह भी कहा जा रहा है कि इस्तीफा देने वाले विधायकों की तादाद 20 तक पहुँच सकती है।

मध्य प्रदेश में पैदा हुए ताजा हालातो के मद्देनज़र कमलनाथ सरकार का गिरना तय माना जा रहा है। इस बीच कमलनाथ सरकार पर मडरा रहे खतरे को ध्यान में रखकर कांग्रेस के चाणक्य सरकार बचाने की कवायद में जुट गए हैं।

भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी, बाला बच्चन, सज्जन सिंह वर्मा, सुरेंद्र सिंह बघेल और अन्य लोग मौजूद हैं। वहीँ दूसरी तरफ दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेता अब से थोड़ी देर में बैंठक करने जा रहे हैं।

कांग्रेस नेता अहमद पटेल, गुलामनबी आज़ाद, केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़के सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल होंगे। 19 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है। हालाँकि अभी विधायकों के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष को नहीं मिले हैं।

दिग्विजय सिंह का बीजेपी पर हमला:
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने जिस तरह से मध्यप्रदेश के माफियाओं पर कार्रवाई की है, उससे भाजपा डर गई है। इसी कारण सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है। सिंधिया समर्थक विधायकों के बंगलूरू जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे पास ये जानकारी और प्रमाण हैं कि जो तीन चार्टर्ड प्लेन बेंगलूरू गए थे, उसकी व्यवस्था भाजपा ने की थी। प्लेन में भाजपा के विधायक भी बैठे थे।

उन्होंने कहा, भाजपा हर काम में बंगलूरू का ही क्यों इस्तेमाल करती है, वहां की सरकार क्यों सुरक्षा में लगाई जाती है? यह जनादेश को पलटने का संकेत है। एमपी में माफिया पर कार्रवाई के कारण भाजपा के नेता घबराए हुए हैं। शिवराज सरकार ने 15 साल तक घोटाले किए, इसकी परतें खुल रही हैं। हनी ट्रैप की भी परतें खुलेंगी, इसलिए ये साजिश की जा रही है।

क्या है विधानसभा का अंक गणित:
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं, यहां 2 विधायकों का निधन हो गया है। इस तरह से विधानसभा की मौजूदा शक्ति 228 हो गई है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं जबकि सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बहुजन समाज पार्टी और एक समाजवादी पार्टी विधायक का समर्थन हासिल है। इस तरह कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन है जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।

जानकारों की माने तो यदि 20 बागी विधायकों ने इस्तीफे दिए तो बीजेपी के लिए सत्ता का रास्ता बन जाएगा। ऐसी स्थति में विधानसभा में सदस्यों की तादाद 208 हो जायेगी और सरकार बनाने के लिए बीजेपी को 105 विधायकों की आवश्यकता होगी। जबकि कांग्रेस के सदस्यों कोई तादाद घटकर 94 रह जाएगी और निर्दलीय तथा अन्य मिलाकर उसके पास 101 विधायक होंगे जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हो जायेंगे।



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