दमोह। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते शिवराज सरकार अलग-अलग कई तरह की चुनौतियों से जूझ रही है। इसी दरमियान 17 अप्रैल को दमोह विधानसभा के उपचुनाव को संपन्न कराना भी एक बड़ी चुनौती है। दमोह विधानसभा उपचुनाव को लेकर मीडिया के बाजार में अलग-अलग भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही हैं। जिसको लेकर दमोह जिला कलेक्टर युवा आईएएस अधिकारी तरूण राठी ने कहा कि मतदान को लेकर दमोह जिला प्रशासन अपनी तैयारी कोरोना गाइडलाइन प्रोटोकॉल के अनुसार कर ली है। उन्होंने बताया कि मतदान से डरने की जरूरत वाली बात सही नहीं है। जिला प्रशासन ने कोराना गाइडलाइन के अंतर्गत मतदाओं को जानकारी दी है कि मतदान केंद्र पर कोराना का बचाव करते हुए पूरी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।
कलेक्टर तरूण राठी ने कहा कि जो भी मतदाता मतदान केंद्र पर आएगा, उसके हाथ को सेनेटाइज किया जाएगा और उसके द्वारा मतदान करने बाद वोटिंग मशीन को भी सेनेटाइज किया जाएगा, ताकि एक मतदाता किसी दूसरे मतदाता को संक्रमित न कर पाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर केंद्र सरकार की जो गाइडलाइन है और प्रोटोकॉल है, उसका सौ प्रतिशत पालन कराया जाएगा।
कलेक्टर तरूण राठी ने एक सवाल के उत्तर में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस पार्टी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा 14 अप्रैल को आयोजित किए जाने वाले रोड शो की अनुमति भी इस शर्त पर दी गई है कि दोनों दल कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि रोड शो के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का रिहर्सल भी कर लिया है और किसी भी प्रकार की आपाधापी की रोड शो में गुंजाइश नहीं होगी। राठी ने अंत में कहा कि दमोह विधानसभा उपचुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने अलग-अलग टीमों को टास्क दिया हुआ है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से मतदाताओं को बचाया जाए और वे बिना डरे मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पर स्वेच्छा से आकर मतदान कर सकें।