माइनस 14 डिग्री में पोलैंड-स्लोवाकिया के बॉर्डर पर शूट हुई पहली फिल्म है अमिताभ-इमरान हाशमी की कोर्ट रूम ड्रामा चेहरे

Posted By: Himmat Jaithwar
6/6/2021

इस साल की शुरुआत में अमिताभ बच्चन की गुलाबो-सिताबो ओटीटी पर रिलीज के लिए मील का पत्थर बनी थी। ऐसा माना गया था कि अब अमिताभ समेत दूसरे बड़े स्टार्स की फिल्में भी ओटीटी का रुख करेंगी, लेकिन "चेहरे" का दीदार सिर्फ थिएटर में होगा। फिल्म चेहरे के मेकर्स ऐसा क्यों चाहते हैं? जानिए, भास्कर सिने प्रीमियर की दूसरी किस्त में।

चेहरे दरअसल एक कोर्ट रूम ड्रामा है और इस कोर्ट रूम ड्रामा को रिलीज के नाम पर सिर्फ तारीख-पर-तारीख ही मिल रही है। पिछले साल की 20 जुलाई के बाद इस साल 9 अप्रैल की तारीख मिली, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर का स्टे लग गया।

फिल्म का ओरिजिनल बजट 40 करोड़ रुपए था। जब अप्रैल 2021 में रिलीज डेट तय हुई, तब थोड़ा प्रमोशन शुरू किया गया। अब जब भी रिलीज की नई तारीख तय होगी, तो प्रमोशन पर फिर से खर्चा होगा। मतलब, कुल लागत बढ़ जाएगी।

यह फिल्म थ्रिलर है और वह भी अमिताभ जैसे स्टार के साथ, इसलिए ओटीटी से अच्छी डील मिलना मुश्किल नहीं था, लेकिन मेकर्स का मानना है कि यह फिल्म थिएटर में ज्यादा चलेगी और ओटीटी डील से भी ज्यादा मुनाफा हो सकता है।

इंडस्ट्री में 52 साल बाद अमिताभ ही यहां तुरुप का पत्ता
आमतौर पर इंडस्ट्री में चार-पांच दशक गुजारने के बाद कई एक्टर छोटे-मोटे कैरेक्टर के रोल करते हैं। फिल्म की सफलता का जिम्मा उन पर नहीं होता, लेकिन अमिताभ की बात और है। चेहरे चलेगी तो सिर्फ अमिताभ के नाम पर। इस फिल्म के लिए अमिताभ ही तुरुप का पत्ता हैं।

फिल्म चेहरे के प्रोड्यूसर आनंद पंडित।
फिल्म चेहरे के प्रोड्यूसर आनंद पंडित।

अमिताभ के हैवी डायलॉग पर टिकी हैं उम्मीदें
प्रोड्यूसर आनंद पंडित ने दैनिक भास्कर को बताया कि कोर्ट रूम ड्रामा में पूरा दारोमदार एडवोकेट के हैवी डायलॉग पर होता है। यहां अमिताभ के हर एक डायलॉग पर तालियां बजेंगी। हमने वकीलों की पैनल से मदद लेकर कानूनी फैक्ट्स और भाषा को अथेंटिक बनाया है।

डायरेक्टर रूमी जाफरी ने दैनिक भास्कर को बताया कि अमिताभ बच्चन की संवाद अदायगी में जादू है। चेहरे में भी ऐसा जादू होगा। यह फिल्म संवादों के लिए सालों तक याद रखी जाएगी।

फिल्म चेहरे के डायरेक्टर रूमी जाफरी।
फिल्म चेहरे के डायरेक्टर रूमी जाफरी।

अमिताभ ने ही पहले कहानी ढूंढी, प्रोड्यूसर आखिरी में तय हुए
आमतौर पर कोई फिल्म की कहानी पहले प्रोड्यूसर को पसंद आती है। बाद में डायरेक्टर तय होते हैं। फिर कास्टिंग शुरू होती है। इस फिल्म में उल्टा क्रम चला। अमिताभ के पास कहानी थी। रूमी जाफरी डायरेक्टर तय हुए। बतौर प्रोड्यूसर आनंद पंडित की एंट्री सबसे आखिरी में हुई।

पोलैंड सीमा पर यह पहली हिंदी फिल्म
पूर्व यूरोप में तत्रा माउंटेन रेंज है। यह पहाड़ियां पोलैंड और स्लोवाकिया को अलग करतीं नेचुरल बॉर्डर हैं। यहां शूटिंग की परमिशन पाने वाली चेहरे प्रथम हिंदी फिल्म है। यह वॉरसॉ पैक्ट के तहत तय किया गया इलाका है और यहां भारी सुरक्षा रहती है।

आनंद पंडित ने बताया कि वहां माइनस 14 डिग्री टेंपरेचर रहता था। खून जमा देने वाली सर्दी थी, लेकिन ऐसे माहौल में भी अमिताभ सर्दी के खास शूज पहन कर तय समय से पांच मिनट पहले पहुंच जाते थे। उन्हें मुंह से वुलन कैप हटाकर डायलॉग बोलने थे।

अमिताभ के साथ रूमी की यह पांचवीं फिल्म है। रूमी बताते हैं कि अमिताभ आज भी एक स्टूडेंट की तरह पेश आते हैं। पांच मिनट की देरी के लिए भी मैसेज कर देते हैं कि ट्रैफिक सिग्नल पर अटका हूं।

इमरान हाशमी पहली बार अमिताभ के साथ
इमरान हाशमी के सितारे जोर पर हैं। चेहरे में वे पहली बार अमिताभ के साथ स्क्रीन शेयर करेंगे। इमरान की मुंबइ सागा कोरोना के बीच भी अच्छा बिजनेस कर गई। इस साल गंगूबाई काठियावाड़ी और टाइगर-3 के लिए भी उन्हें काफी उम्मीद है।

फिल्म चेहरे की एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती।
फिल्म चेहरे की एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती।

रिया, सुशांत केस के साए से बाहर आना चाहेंगी
यह फिल्म रिया का भविष्य तय करेगी। इस फिल्म से वे सुशांत केस के साए से बाहर निकलना चाहेंगी। इस केस की वजह से निगेटिव पब्लिसिटी से बचने के लिए रिया को प्रमोशन से गायब किया गया है, ऐसी बात चली थी लेकिन, आनंद पंडित ने दोहराया कि रिया हमेशा से इस फिल्म का हिस्सा थीं और रहेंगी।

सत्यजीत रे का पसंदीदा चेहरा भी
सत्यजीत रे की प्रतिद्वंद्वी, आगंतुक और गणशत्रु जैसी फिल्मों से काफी तारीफ बटोर चुके एक्टर धृतिमान चटर्जी भी चेहरे का एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं। वे बहुत कम हिंदी फिल्में करते हैं। कहानी के इंटेलिजेंस चीफ और पिंक के जज के रूप में हिंदी दर्शक उन्हें देख चुके हैं। फिल्म में अन्नू कपूर और रघुबीर यादव जैसे मंझे हुए एक्टर भी हैं।

रूमी जाफरी की कमबैक फिल्म
राइटर- डायरेक्टर रूमी जाफरी ने बताया कि कई फिल्मों के बाद मैं अपने आपको रि-इन्वेंट करना चाहता था। इसलिए, मैंने लंबा ब्रेक लिया। अब ‘चेहरे’ से मेरी सेकेंड इनिंग शुरू होगी।

फिल्म प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट गिरीश जौहर।
फिल्म प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट गिरीश जौहर।

माउथ पब्लिसिटी मिली तो चलेगी: ट्रेड एक्सपर्ट
फिल्म प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट गिरीश जौहर ने बताया कि ट्रेलर को अच्छा रिस्पांस मिला। डायलॉग भी शानदार हैं और वैसे आज भी अमिताभ गोल्डन स्टार हैं। आज भी वे जहां खड़े होते हैं, वहीं लाइन तो लगती ही है। फिल्म को अच्छी माउथ पब्लिसिटी मिलेगी तो फिल्म जरूर चलेगी।

कोर्ट रूम ड्रामा का स्ट्राइक रेट
अच्छी स्क्रिप्ट, दमदार डायलॉग और शानदार परफार्मेंस का संगम कोर्ट रूम ड्रामा के लिए सफलता की पहली शर्त है। ऐसी सारी फिल्में हिट हुई हैं।

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