केजरीवाल गुजरात चुनाव से पहले हार्दिक पटेल को आम आदमी पार्टी का चेहरा बना सकते हैं, वे कांग्रेस में हाशिए पर रहने से नाराज

Posted By: Himmat Jaithwar
6/14/2021

अहमदाबाद। गुजरात में अगले साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। हर बार की तरह इस बार भी अलग-अलग पार्टियां राज्य के बहुसंख्यक पाटीदार समाज को अपने पाले में लाने की तैयारियों में जुट गई हैं। रविवार को कागवड के खोडलधाम में पाटीदार समाज के प्रमुखों की बैठक भी हुई, जिसमें कहा गया है कि अगला मुख्यमंत्री पाटीदार होना चाहिए।

इसे लेकर आम आदमी पार्टी भी सक्रिय हो गई है और यह भी जानकारी मिल रही है कि 'आप' पाटीदारों को अपने पक्ष में लाने के लिए हार्दिक पटेल को अपना चेहरा बनाने की तैयारी में है। ऐसे में हार्दिक पटेल का कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल होना कोई हैरानी की बात नहीं होगी।

निकाय चुनाव में करारी हार से कांग्रेस के कई नेता हार्दिक से नाराज हैं।
निकाय चुनाव में करारी हार से कांग्रेस के कई नेता हार्दिक से नाराज हैं।

कांग्रेस में हार्दिक पटेल की ज्यादा पूछ-परख नहीं
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के युवा और आक्रामक नेता माने जाने वाले हार्दिक इस समय गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। हालांकि, कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। निकाय चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने की वजह कई कांग्रेसी हार्दिक को ही मानते हैं। यह पाटीदार समाज और हार्दिक के लिए चिंता का विषय बन गया। पाटीदार नेताओं का यह भी मानना है कि भाजपा अब उन्हें विशेष महत्व नहीं देती। इन्हीं सब बातों के चलते हार्दिक के आप में शामिल होने की चर्चा है।

हार्दिक को चेहरा बनाकर बीजेपी-कांग्रेस को घेरने की रणनीति
पिछले साल निकाय चुनावों में पाटीदारों ने सूरत में आप को 27 सीटें जिताने में मदद की। लेकिन, पाटीदारों का मानना है कि उनके समाज का कोई बड़ा चेहरा तो होना चाहिए। पाटीदार आरक्षण के दूसरे बड़े नेता गोपाल इटालिया आप से जुड़ चुके हैं, लेकिन पाटीदार समाज के कई नेता उन्हें प्रभावी नहीं मानते। ऐसे में पाटीदार नेता हार्दिक को अपना अगुआ बनाकर भाजपा और कांग्रेस को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

'आप' में आक्रामक युवाओं को शामिल करने की रणनीति
गुजरात में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में सूरत में आप को बड़ी कामयाबी मिली है और विपक्ष में वह कांग्रेस की जगह आ गई है। आप ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एक संगठन बनाया था, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली थी। इससे सबक लेकर आप की कोर कमेटी ने तय किया कि पार्टी में सक्रिय और आक्रामक युवाओं को शामिल कर उन्हें अपना चेहरा बनाया जाए। इसी के चलते निकाय चुनाव से पहले गोपाल इटालिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया और सूरत में आप को सफलता भी मिली और अब पाटीदार आरक्षण के नेता हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाने की तैयारी है।



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