भोपाल. दूसरे राज्यों से आ रहे श्रमिकों को अब और अधिक सुविधाएं दी जाएंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को सभी कलेक्टरों से कहा कि वे इसका ध्यान रखें कि जो पैदल आ रहे हैं, उनकी और मदद की जाए। भोजन और रहवास की व्यवस्था के साथ आगे की यात्रा के लिए उन्हें वाहन उपलब्ध करवाया जाए। मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों के संबंधित अधिकारियों से भी बात की। उन्होंने कहा कि भेदभाव नहीं किया जाए। पैदल आ रहे लोगों की संवेदनशीलता को समझते हुए उन्हें सुविधाएं दें। ऐसे लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट आना चाहिए। इतिहास में कभी-कभी ही इस तरह की सेवा के अवसर आते हैं। कलेक्टर जिले में सक्षम अफसरों को श्रमिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने का दायित्व सौंपें।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि पता नहीं घर वापसी कर रहे मजदूर भाइयों की इस तरह सड़कों पर मौतें कब रुकेंगी, कब ये घरों तक सुरक्षित पहुंचेंगे। नरसिंहपुर में एक ट्रक में बैठकर घर वापसी कर रहे मजदूरों में से 5 की सड़क हादसे में मौत व कई के घायल होने की खबर है। उन्होंने कहा कि मृत मजदूरों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
प्रदेश में सारे उद्योग बंद, केवल शराब और तबादला उद्योग चालू : वर्मा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से प्रदेश में उद्योग धंधे तो बंद हैं। सिर्फ दो उद्योग चालू हैं पहला शराब की बिक्री और दूसरा थोकबंद तबादले। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 15 महीने के कार्यकाल के दौरान कुछ अधिकारियों को ही इधर से उधर किया तो विपक्ष ने आरोप लगाए कि वे तबादला उद्योग चला रहे हैं। इधर, शिवराज ने मुख्यमंत्री बनते ही डेढ़ महीने में जिस तरह से तबादलों की झड़ी लगाई, उससे साफ है कि तबादला उद्योग कौन चला रहा है।