नाबालिगों से यौन शोषण मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने संज्ञान लिया, कहा- नौकरी के नाम पर नाबालिग लड़कियों को फंसाया जाता था

Posted By: Himmat Jaithwar
7/14/2020

भोपाल. भोपाल में नाबालिगों यौन शोषण मामले में अब मप्र राज्य और राष्ट्रीय बाल आयोग ने एक साथ संज्ञान ले लिया है। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि मामला गंभीर है। इसलिए मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। मामला तब सामने आया, जब भोपाल पुलिस ने रविवार तड़के 5 नाबालिग लड़कियों को नशे की हालत में पकड़कर चाइल्ड लाइन भेजा था। उनके साथ कारोबारी मालिक प्यारे मियां ने पार्टी में बुलाकर ज्यादती की थी। इसके बाद पुलिस ने प्यारे मियां और उसकी सहयोगी स्वीटी विश्वकर्मा पर ज्यादती और पाक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। 

नौकरी का झांसा देकर फंसाती हैं नाबालिगों को
चाइल्ड लाइन की डायरेक्टर अर्चना सहाय ने बताया कि बाल कल्याण समिति के आदेश के अनुसार नाबालिगों को गौरवी सखी वन स्टाप में शेल्टर दिया जाएगा। लड़कियों की दोबारा काउंसलिंग कराई जाएगी। लड़कियां सहमी हुई हैं, उन्होंने बताया कि आरोपी स्वीटी बस्ती की लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर फंसाती है। अभी तक ये चार लड़कियां सामने आई है। अभी और भी नाबालिग हो सकती हैं।

इस तरह हुआ पूरे मामले का खुलासा 
रातीबड़ पुलिस को रविवार तड़के करीब तीन बजे गश्त के दौरान पांच लड़कियां नशे में मिली थी। पुलिस ने उन्हें रोकते हुए बाहर घूमने का कारण पूछा। सभी के नशे में होने के कारण पुलिस ने उन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे शाहपुरा में विष्णु हाईटेक्स के एक फ्लैट में पार्टी से आ रही हैं। उन्हें जन्मदिन की पार्टी में डांस करने के लिए भेजा गया था। एक ने बताया कि प्यारे मियां ने उसके साथ वहां पर ज्यादती की। श्यामला हिल्स निवासी 21 साल की स्वीटी और 68 साल के प्यारे मियां उनसे यह सब करवाते थे। वह दूसरी बच्चियों के साथ भी ऐसा पहले कई बार कर चुके हैं। 

प्यारे मियां पर 30 हजार का ईनाम घोषित
रातीबड़ थाने में प्यारे मियां और उसकी सहयोगी स्वीटी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण संबंधी अधिनियम (पाक्सो) समेत अन्य धाराओं में एफआईआर की गई है। स्वीटी की गिरफ्तारी के पहले ही प्यारे मियां फरार हो गए। पुलिस ने उसके खिलाफ 30 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है। 



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