जीतू को ले जाना था सेंट्रल जेल, पहुंच गए जिला जेल: चक्कर अधिकारी ने चंपू को मारा था चांटा, चार दिन बाद हो गया तबादला

Posted By: Himmat Jaithwar
8/2/2020

मानव तस्करी, दुष्कर्म, अड़ीबाजी सहित करीब 64 मामलों के आरोपी जीतू सोनी के जेल वारंट तामीली में बड़ी लापरवाही सामने आई। दरअसल, कोर्ट से उसका वारंट सेंट्रल जेल के लिए कटा था, लेकिन पुलिसकर्मी दस्तावेज देखे बगैर उसे जिला जेल लेकर पहुंच गए। वहां जाकर पता चला कि उसे सेंट्रल जेल ले जाना है। इसके बाद उसे सेंट्रल जेल ले जाया गया। वहीं सेंट्रल जेल पहुंचते ही उसका रसूख भी जमीन पर आ गया। करीब तीन घंटे तक जांच आदि प्रक्रिया के दौरान वह जेल अधीक्षक के कमरे के सामने जमीन पर बैठा रहा। खाने का बर्तन (एक थाली, कटोरी व गिलास), कंबल, ओढ़ने का चादर और कैदी के कपड़े लेकर वह पांच नंबर आइसोलेशन वार्ड पहुंचा। यहां उसके बेटे अमित सोनी को भी रखा गया था। हालांकि अब उसे छह नंबर बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। नियमानुसार जीतू को 12 दिन अलग सेल में रहना होगा। फिर उसकी दोबारा जांच कराई जाएगी। अगर रिपोर्ट सही रही तो उसे कैदियों के साथ शिफ्ट किया जाएगा। बताते हैं कि जीतू को रातभर नींद नहीं आई। वह रातभर करवटें बदलकर जागता रहा। कई बार उठता, बैठता और घूमता दिखा। खाने के बर्तन खुद धो रहे जेल अधिकारियों के मुताबिक जीतू संवेदनशील कैदी की श्रेणी में है। इसलिए उसे कड़े पहरे में रखा गया है। इस वार्ड से सिर्फ नित्य कर्म के लिए ही कैदी बाहर आ सकते हैं। अन्यथा किसी भी कैदी को बाहर आने की इजाजत नहीं होती। खाने का बर्तन भी खुद ही धोना पड़ता है।

जेल में चक्कर अधिकारी ने चंपू को मारा था चांटा, चार दिन बाद हो गया तबादला

भूमाफिया रितेश उर्फ चंपू अजमेरा ने जेल में अपना सिक्का जमाने की शुरुआत कर दी है। आम लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले चंपू का तीन दिन पूर्व जिला जेल के चक्कर अधिकारी मनोज चौरसिया से मेडिकल वार्ड में चेकिंग के दौरान अतिरिक्त सामान मिलने पर विवाद हुआ था। विवाद में चंपू की चक्कर अधिकारी चौरसिया से झूमाझटकी हो गई थी। मामला गर्माया तो चौरसिया को जेल अधीक्षक ने अपने ऑफिस तलब कर लिया था। बाद में चंपू से विवाद के बाद जेल मुख्यालय से आए आदेश के बाद उन्हें असरावद जेल के क्वारेंटाइन सेंटर भेजने के आदेश दे दिए गए। इस तबादले को जहां जेल प्रबंधन कैदी की सुरक्षा को लेकर हटाए जाने की बात कह रहा है, वहीं इसे चंपू का रसूख भी बताया जा रहा है। यही नहीं चौरसिया के साथ जिला जेल के मेडिकल वार्ड (क्वारेंटाइन वार्ड) के एक मेल नर्स, हेड कांस्टेबल और कंपाउंडर को भी चंपू के पास मिले सामान को देखते हुए जेल मुख्यालय ने जिला जेल से हटाकर सेंट्रल जेल भेजा है।
दूसरी जगह शिफ्ट किया है :अधीक्षक
जिला जेल अधीक्षक अजमेर सिंह ठाकुर का कहना है जेल मुख्यालय से आए आदेश के बाद चक्कर अधिकारी चौरसिया को असरावद जेल शिफ्ट किया है। चौरसिया की कैदी चंपू से झूमाझटकी हुई थी।



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