कांग्रेस के आंदोलन का विरोध करने आए युवाओं ने ‘देवाशीष वापस जाओ’ के नारे लगाए, कांग्रेसियों ने रोका तो दोनों पक्षों में धक्कामुक्की

Posted By: Himmat Jaithwar
9/5/2020

भिंड। युवक कांग्रेस के ‘रोजगार दो या सिंहासन खाली करो’ आंदोलन के दौरान शुक्रवार को विवाद की स्थिति बन गई। धरना के दौरान कुछ युवाओं ने अचानक आकर पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से भिंड-दतिया सीट से प्रत्याशी रहे ‘देवाशीष जरारिया वापस जाओ’ के नारे लगाना शुरू कर दिए। कांग्रेस नेताओं ने युवाओं को नारेबाजी करने से रोका तो दोनों पक्षों के बीच हाथापाई होने लगी। इस दौरान एक कांग्रेस नेता घायल हो गए और एक का मोबाइल फोन चोरी हो गया।

यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ। नेताओं और युवाओं के बीच हुए विवाद की जानकारी लगते ही मौके पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंचे। इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। धरना समाप्त होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने दो युवकों के खिलाफ एएसपी को आवेदन दिया है।

यहां बता दें शुक्रवार को युवक कांग्रेस ने प्रदेश व्यापी राेजगार दो या सिंहासन खाली करो आंदोलन के तहत गांधी मार्केट पर धरना दिया। धरना शुरू होने के घंटे भर बाद 10- 12 युवा नारेबाजी करते हुए धरनास्थल पर पहुंच गए। इन युवाओं ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पूर्व लोकसभा प्रत्याशी देवाशीष जरारिया वापस जाओ के नारे लगाए जाने लगे। ऐसा करना धरना दे रहे कांग्रेसियों को नागवार गुजरा। उन्होंने इन युवाओं को ऐसा करने से रोका। इसी बीच इन दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। नेताओं और युवाओं की भिड़ंत में महिला नेत्री ममता मिश्रा भी बीच में आ गईं। इस हाथापाई के दौरान गाेहद के युवा कार्यकर्ता धर्मवीर को कान व पैर में मामूली चोटें आईं हैं। कांग्रेस नेताओं ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि यह सब भाजपाइयों ने कराया है।

धरना स्थल पर विवाद होने पर जिला प्रशासन से एसडीएम ओएन सिंह, तहसीलदार प्रमोद गर्ग, टीआई उदय भान सिंह यादव पहुंचे। टीआई का कहना है कि प्रदर्शन की अनुमति ली गई थी लेकिन पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई। धरने में कांग्रेस जिलाध्यक्ष जय श्रीराम बघेल, डॉ. राधेश्याम शर्मा, भगवानदास सेंथिया, मनोज दैपुरिया, संदीप गोपाल मिश्रा, राहुल कुशवाह, अनिल भारद्वाज, ममता मिश्रा, शंकर जैन, संजय भूता, संतोष त्रिपाठी, विनोद पंडित, बलराम जाटव, ओमप्रकाश अग्रवाल, संजीव बरुआ, प्रमोद जैन गुड्डा, अशोक सुमन, अशोक गुप्ता, नारायण शर्मा, दर्शन सिंह तोमर, मोहर सिंह अगरिया, पान सिंह बाबूजी, रविंद्र सोनी, नरेंद्र चौधरी, शैलेंद्र सिंह, भदोरिया, मेवाराम जाटव, रवि कुशवाहा, मान सिंह कुशवाहा, सुरजन सिंह, राजेश कुशवाहा आदि ने भागीदारी की।

कांग्रेसियों ने एएसपी को दिया आवेदन
धरने के बाद कांग्रेस नेताओं ने एएसपी संजीव कंचन से मुलाकात की। एएसपी को देवाशीष जरारिया ने एक आवेदन दिया। इसमें आराेप लगाया कि भाजपा द्वारा भेजे गए लोगों ने धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं पर हमला किया। इसमें धर्मवीर को चोट भी आई। महामंत्री ममता मिश्रा व रीना चौहान के साथ धक्का मुक्की की गई। टेबल तोड़ दी गई। यह लोग वरिष्ठ नेताओं पर हमला करना चाह रहे थे।

संचालन कर रहे शंकर जैन का मोबाइल छीन ले गए। इस सबके दौरान पुलिस जवान तमाशा देखते रहे। जिनके खिलाफ देवाशीष ने आवेदन दिया, उनमें नपा के पूर्व उपाध्यक्ष और भाजपा नेता रामनरेश शर्मा के बेटे आशीष शर्मा व भवानीपुरा के आकाश पांडे का नाम है। लाल शर्ट पहने एक युवा पर भी हमले का आरोप लगाया। इन तीनों के विरुद्ध मामला कायम कर इनकी गिरफ्तारी करने की मांग की।

युवाओं का आरोप-देवाशीष ने हाईजैक किया हमारा आंदोलन
युवाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस भर्ती एवं रोजगार के लिए हम लोग लगातार आंदोलन चला रहे थे। देवाशीष जरारिया ने हमारे कार्यक्रम को हाईजैक करने का प्रयास किया। इसी से नाराज होकर हम लोगों ने नारेबाजी की थी। युवाओं ने कहा कि उनका आंदोलन छात्र और युवाओं का है इसलिए इसमें किसी प्रकार की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। देवाशीष का विरोध करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हम युवाओं पर हमला किया। कांग्रेस का यह आरोप भी निराधार है कि भाजपाइयों के कहने पर विरोध किया।

देवाशीष के पोस्टर में सिर्फ गोविंद सिंह का फोटो नजर आया
धरना स्थल पर लगाए गए देवाशीष के पोस्टर में सिर्फ गोविंद सिंह का फोटो लगाना भी चर्चा का विषय बना रहा। मुख्य पोस्टर में जिला स्तरीय पदाधिकारियों व अन्य वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया गया है। इससे कांग्रेसियों में नाराजगी दिखाई दी।



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