सभा, रोड शो करने उतरे; मेहगांव, भांडेर, गोहद, अंबाह जैसी उन सीटों पर फोकस, जहां इनका जातिगत वजूद

Posted By: Himmat Jaithwar
10/18/2020

प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहा उपचुनाव नेता पुत्रों के लिए प्रचार प्रशिक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। भाजपा में कांग्रेस के मुकाबले यह ज्यादा है। जो युवा अब तक माता-पिता या परिजन के लिए ही मैदान में आते थे, अब उन्हें अन्य प्रत्याशियों के लिए नुक्कड़ सभा और रोड शो करने भेजा जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में जातिगत गणित का पार्टियों ने पूरा ख्याल रखा है। युवाओं को उन्हीं सीटों पर भेजा जा रहा है, जहां इनका जातिगत वजूद है। करैरा, पोहरी, दिमनी, मेहगांव आदि सीटों पर नेता पुत्रों की सक्रियता ज्यादा है।

अक्षय भंसाली (38 वर्ष)
मां : यशोधरा राजे सिंधिया
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के बेटे अक्षय भंसाली उपचुनाव में पहली बार पोहरी में नुक्कड़ सभा में पहुंचे। अब तक वह सिर्फ शिवपुरी में विधानसभा चुनाव में अपनी मां यशोधरा के लिए प्रचार करते नजर आते थे। पहली बार वे किसी अन्य प्रत्याशी के लिए पहुंचे। पोहरी में यशोधरा राजे का प्रभाव है।

कार्तिकेय चौहान (27 वर्ष)
पिता : शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय इससे पहले फरवरी 2018 में कोलारस उपचुनाव में प्रचार के लिए आ चुके हैं। शुक्रवार को वे पोहरी में जनसंपर्क करने पहुंचे। ये दोनों सीटें धाकड़ बहुल हैं। 2018 में कार्तिकेय के चुनाव लड़ने की भी चर्चा थी, तब उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया था।

देवेंद्र तोमर (32 वर्ष)
पिता : नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के दोनों बेटे प्रबल और देवेंद्र इस बार ग्वालियर पूर्व, दिमनी और अंबाह विस में क्षत्रिय वोटरों को लुभाने के लिए मैदान में हैं। दिमनी और अंबाह विस में सबसे बड़ी संख्या में क्षत्रिय वोटर हैं। दोनों की पिछले चुनावों में भी मौजूदगी रही। इस बार बेहद सक्रिय भूमिका में हैं।

डॉ. अमित सिंह (40 वर्ष)
पिता : डाॅ. गोविंद सिंह
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद सिंह के बेटे डॉ. अमित सिंह भी गोहद, भांडेर और मेहगांव विस सीट पर सक्रिय हैं। वे इन विस सीटों पर नुक्कड़ सभा और जनसंपर्क करेंगे। वे लगातार इन तीनों सीटों पर सक्रिय भूमिका में होंगे। इन सीटों पर क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है।



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