बलिया गोलीकांड: विधायक सुरेंद्र सिंह की बयानबाजी से जेपी नड्डा नाराज, जांच से दूर रहने की दी हिदायत

Posted By: Himmat Jaithwar
10/19/2020

बलिया: बलिया गोलीकांड मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के पक्ष में बयानबाजी करने वाले बरैया विधायक सुरेंद्र सिंह से भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने नाराजगी जताई है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार सुबह फोन पर यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से बात कर विधायक सुरेंद्र सिंह की बयानबाजी पर नाराजगी जताई. उन्होंने यूपी भाजपा अध्यक्ष के माध्यम से सुरेंद्र सिंह को सख्त हिदायत देते हुए संदेश दिया कि वह बलिया गोलीकांड जांच से दूरी बनाकर रखें.

इससे पहले यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सामने भी बीते रविवार को विधायक सुरेंद्र सिंह की पेशी हुई थी. सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष ने विधायक की बयानबाजी पर नाराजगी जताई और कहा कि इससे पार्टी और सरकार की छवि खराब होती है. वहीं, सुरेंद्र सिंह ने भाजपा अध्यक्ष से कहा कि उन पर घटना के आरोपियों को बचाने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, जो जैसा करेगा वैसा भरेगा.

सुरेंद्र सिंह ने आरोपी के पक्ष में की थी बयानबाजी
बीते शनिवार को बलिया गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्लू के परिवार की महिलाओं को लेकर विधायक सुरेंद्र सिंह  रेवती थाने में दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे थे. इसके बाद वह आरोपी के पारिवारिक सदस्यों को लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने पहुंचे. इस दौरान सुरेंद्र सिंह ने बयान दिया था कि यदि पुलिस द्वारा धीरेंद्र पक्ष की शिकायत पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन करेंगे और अपने जीवन का अंत कर देंगे. घटना वाले दिन भी भाजपा विधायक ने कहा था कि धीरेंद्र सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई.

मुख्य आरोपी धीरेंद्र गिरफ्तार
दुर्जनपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी 75 हजार के इनामी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले शनिवार की सुबह ही वारदात में नामजद 75-75 हजार के इनामी संतोष यादव और अमरजीत यादव को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस केस में आठ नामजद और 25 अज्ञात आरोपियों में 9 की गिरफ्तारी हो चुकी है. मुख्य आरोपी धीरेंद्र के भाई नरेंद्र प्रताप सिंह और देवेन्द्र प्रताप सिंह को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. डीआईजी आजमगढ़ सुभाषचंद्र दुबे ने कहा कि आरोपियों पर एनएसए, गुंडा एक्ट और गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई होगी, उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी.

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क्या है बलिया गोलीकांड?
बलिया जिले के रेवती थाना इलाके के दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में बीते गुरुवार को राशन दुकान आवंटन की प्रक्रिया चल रही थी. हनुमानगंज और दुर्जनपुर के राशन दुकान के चयन को लेकर दो पक्षों में हंगामा हो गया. इस दौरान देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे. धीरेंद्र ​प्रताप सिंह नाम के सख्स पर आरोप है कि उसने फायरिंग कर दी. इसमें जयप्रकाश पाल (45) की मौत हो गई. इसके अलावा ईंट पत्थर और लाठी-डंडों से नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह (45), अजय सिंह (50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हो गए. धीरेंद्र सिंह को स्थानीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जा रहा है.



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