गाड़ी खरीदने आए भाइयों से दोस्त ने रचा 2.55 लाख रुपए की लूट का प्लान

Posted By: Himmat Jaithwar
11/13/2020

भोपाल। ओएलएक्स पर पसंद आई सेकंड हैंड एसयूवी खरीदने के लिए रायसेन से भोपाल आए भाइयों के साथ चार बदमाशों ने 2.55 लाख रुपए लूटने की नाकाम कोशिश की है। लूट का ये प्लान दोनों के उसी दोस्त ने किया था, जो उन्हें एसयूवी दिलवा रहा था।

आरोपी ने अपने एक दोस्त से दोनों भाइयों की रैकी करवाई और दो अन्य से वारदात करने के लिए कहा था। बदमाश अपने मंसूबे में कामयाब भी हो जाते, लेकिन सड़क पर गिरने के बाद भी युवक ने रकम से भरा बैग नहीं छोड़ा।

जेके रोड पर रकम लूटने और उसे बचाने की जद्दोजहद देख भीड़ इकट्‌ठा हुई तो बदमाश ये कहते हुए भाग निकले कि एक्सीडेंट हुआ है। पिपलानी पुलिस ने देर शाम आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ये वारदात गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे रायसेन निवासी मुकेश और दिनेश के साथ हुई।

टीआई चैन सिंह रघुवंशी के मुताबिक दोनों ने कुछ दिन पहले ओएलएक्स पर एक सेकंड हैंड एसयूवी पसंद की थी। मिनाल रेसिडेंसी के पास रहने वाले अपने पुराने दोस्त प्रवीण जाट के साथ जाकर दोनों ने दस हजार रुपए बयाना भी दे दिया था। धनतेरस पर 2.55 लाख रुपए देकर गाड़ी साथ ले जाना तय हुआ था।

एक साथी को रैकी करने और दो को लूटने के लिए भेजा था
गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे दोनों आनंद नगर पहुंचे तो कॉल कर प्रवीण को भी साथ चलने के लिए कहा। प्रवीण ने उन्हें जेके रोड पर बुलाया। इस बीच प्रवीण ने अपने एक साथी को दोनों की रैकी करने और दो दोस्तों को उनसे रकम लूटने के लिए जेके रोड भेज दिया। जेके रोड पर पहुंचकर दोनों ने प्रवीण को दोबारा कॉल किया तो जवाब मिला कि मेरे घर आ जाओ। इस बीच रकम से भरा बैग लिए मुकेश को अपनी रैकी होने का शक हुआ। घबराहट में उसने कॉल कर प्रवीण को जेके रोड बुला लिया।

दोस्त ने नहीं की कोई मदद
प्रवीण जब यहां पहुंचा, तभी आरोपी, मुकेश से बैग छीनने लगे। इस जद्दोजहद में मुकेश बाइक से गिरकर घायल भी हो गया। प्रवीण दूर खड़ा रहा, लेकिन उसने दिनेश और मुकेश की मदद नहीं की। ये देख भीड़ जमा हुई तो आरोपी एक्सीडेंट हुआ है कहते हुए भाग निकले। वारदात के बाद दोनों भाई प्रवीण के साथ पिपलानी थाने पहुंचे और पुलिस को वाकया बताया।

प्रवीण को था रकम का पता
टीआई ने बताया कि वाकया सुनने के बाद पहला शक प्रवीण पर गया। वही जानता था कि दोनों के पास इतनी बड़ी रकम है। वह लूट होते देखता रहा, लेकिन मदद नहीं की। इन दो सवालों को लेकर पुलिस ने प्रवीण से सख्ती बरती तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसके तीन साथियों हर्ष जैन, अमित धाकड़ और मोहित यादव को भी पकड़ लिया।



Log In Your Account