केबीसी के 'कर्मवीर' स्पेशल एपिसोड में भोपाल की टीचर डॉ. उषा खरे ने जीते 25 लाख

Posted By: Himmat Jaithwar
12/19/2020

शुक्रवार रात को 9 बजे सोनी टीवी के शो कौन बनेगा करोड़पति KBC के ‘कर्मवीर’ स्पेशल एपिसोड में भोपाल जहांगीराबाद क्षेत्र के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की टीचर डॉ. उषा खरे और महाराष्ट्र के सोलापुर जिला परिषद के प्राइमरी टीचर रणजीत सिंह नजर आए। उनके साथ सेलिब्रिटी गेस्ट बोमन ईरानी भी थे।

भोपाल जहांगीराबाद क्षेत्र के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की टीचर और प्रिंसिपल डॉ. उषा खरे।
भोपाल जहांगीराबाद क्षेत्र के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की टीचर और प्रिंसिपल डॉ. उषा खरे।

डॉ. उषा खरे और रणजीत सिंह ने अमिताभ बच्चन के 14 प्रश्नों के सही जवाब देकर 50 लाख रुपए की राशि जीती।

14वां सवाल था-

'ईस्टर्न रिलीजिंस' और 'वेस्टर्न थॉट', ईस्ट एंड वेस्ट: सम रिफ्लेक्शंस किनकी कृतियां हैं?

ऑप्शन थे: (ए) सर्वपल्ली राधाकृष्णन, (बी) स्वामी विवेकानंद (सी) श्री अरविंदो (डी) जीतू कृष्णमूर्ति

यहां 'आस्क दी एक्सपर्ट' लाइफ लाइन का इस्तेमाल किया गया। एक्सपर्ट ने ए सर्वपल्ली राधाकृष्णन कहा। प्रतिभागी भी एक्सपर्ट के साथ गए। यह सही जवाब था। इसके साथ ही दोनों प्रतिभागियों ने 50 लाख रुपए जीत लिए। इसी के साथ हूटर बज गया और KBC के होस्ट अमिताभ बच्चन ने खेल समाप्ति की घोषणा की। नियमानुसार अब यह शनिवार को रोलओवर कंटेस्टेंट के रूप में नहीं खेलेंगे, क्योंकि यह 'कर्मवीर' स्पेशल एपिसोड था। अमिताभ बच्चन ने दोनों प्रतिभागियों को 50 लाख रुपए जीतने की बधाई दी। साथ ही कहा कि राशि में से 25 लाख रुपए डॉ उषा खरे और 25 लाख रणजीत सिंह को मिलेंगे।

डॉ. उषा खरे ने कहा कि बताया क्या करेंगी जीती राशि का

डॉ. उषा खरे ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कर्मवीर से जीती 25 लाख की राशि का इस तरह से प्लान किया है- 'जबसे मैंने सरकारी स्कूल को अंग्रेजी माध्यम का दर्जा दिलाया। तब से बहुत सारी लड़कियां रजिस्टर्ड हुई हैं। संख्या बढ़ गई, लेकिन साधन के अभाव में बहुत सारी लड़कियां स्कूल आने से वंचित रह जाती हैं। ये भोपाल के अलग-अलग इलाकों से 5- 8 किलोमीटर से स्कूल पैदल आती हैं। मेरे दिल और दिमाग में हमेशा से रहता था कि इनके लिए कैसे वाहन सुविधा उपलब्ध कराऊं कि कम लागत में कम पैसे से ये स्कूल तक आ जा सकें। मैं तो अपना पैसा वाहन पर खर्च करने वाली हूं। मैं ऐसी बस खरीदने के मूड़ में हूं ताकि दूर से आने वाली लड़कियां कम पैसे में स्कूल तक आसानी से पहुंच सकें। बहुत सारी लड़कियां साधन के अभाव में भी स्कूल नहीं आ पाती है।'

परिवार के साथ देखा KBC

डॉ. उषा खरे ने भोपाल सेकंड स्टॉप स्थित अपने घर पर रात को परिवार के सदस्यों ने मिलकर KBC के कर्मवीर स्पेशल एपिसोड को देखा। साथ ही सभी रिश्तेदारों ने भी पूरा शो देखा। शो खत्म होने के बाद फोन पर बधाइयों का तांता लग गया।

गौरतलब है कि आम सरकारी स्कूल के बारे में सोचने पर अमूमन बेरंग क्लासरूम, बिना सुविधाओं के पाठ रटते बच्चे और नीरस माहौल ही जेहन में आता है। लेकिन जहांगीराबाद का शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इससे बिल्कुल अलग है। स्कूल को 2014 में इंग्लिश मीडियम का दर्जा मिला है और स्मार्ट क्लास और टैबलेट्स से पढ़ाई होती है। इस स्कूल का नाम नवाचारों के लिए जाना जाता है। इसका श्रेय यहां की प्रिंसिपल डॉ. उषा खरे को है। शिक्षा में अपने इसी नवाचार के चलते डॉ. उषा खरे को दो बार राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार और 2017 में राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से नवाजा गया। शिक्षा के क्षेत्र में उनके नवाचार और योगदान के चलते उनका चयन KBC के स्पेशल एपिसोड कर्मवीर के लिए हुआ।



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