पार्टी के भीतर चाणक्य न बनें, बाहर दिखाएं चाणक्यगीरी : वीडी शर्मा

Posted By: Himmat Jaithwar
2/14/2021

दो दिन चली ट्रेनिंग में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने तमाम पार्टी विधायकों को साफ कर दिया है कि संगठन से ही सत्ता में पद मिलता है। सीधे सत्ता नहीं मिलती, इसलिए विधायक संगठन-कार्यकर्ता को प्राथमिकता में रखें। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि राजनीति में चाणक्य होते हैं और नीति भी चलाते हैं। लेकिन यह पार्टी के भीतर नहीं होना चाहिए।

बाहर चाणक्यगीरी दिखाएं और संगठन का विस्तार करें। शर्मा की इस नसीहत को उन वरिष्ठ नेताओं के लिए कटाक्ष माना जा रहा है, जो एक-दूसरे के बारे में शिकायतें कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसका जिक्र किया कि आपस में एक-दूसरे की शिकायतें बंद करें। कांग्रेस की शिकायतों का अंबार लगाएं। शनिवार को ट्रेनिंग का समापन हो गया।

शर्मा बोले- संगठन सबसे बड़ा हथियार

अंतिम दिन शर्मा ने कहा कि संगठन ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। संगठन से बहुत सारी समस्याओं का समाधान होता है। जिस विचार के कारण जनता हमारा समर्थन करती है, हमें उस विचार को अपने व्यवहार में उतारना होगा। सत्र को दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव समेत अन्य नेता मौजूद रहे। विधायकों और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ चर्चा में यह तय हुआ कि मप्र भाजपा को देश में नंबर बनाना है। ‘पार्टी विथ डिफरेंस’ की पहचान कायम रखनी है।

बैठक के दौरान मंच पर उपस्थित वरिष्ठ नेतागण।
बैठक के दौरान मंच पर उपस्थित वरिष्ठ नेतागण।

हमारे शब्दकोश में असंभव शब्द न रहे : शिवराज

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे शब्दकोष में असंभव शब्द नहीं होना चाहिए। विधायक सरकार की योजनाओं और प्रक्रियाओं का अध्ययन करें। 16 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मप्र के सवा लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास वितरित करेंगे। सभी विधायक कार्यक्रम में उपस्थिति सुनिश्चित करें।

वैचारिक प्रतिबद्धता ही हमारी पहचान : कैलाश

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि विचार के प्रति प्रतिबद्धता ही हमारी पहचान है। छह साल में मोदी सरकार पर एक भी आरोप नहीं है। राव ने कहा कि विधायक, सत्ता और संगठन एक त्रिशूल की तरह काम करें, इसके लिए हमें कार्यप्रणाली बनाने की आवश्यकता है। जनप्रतिनिधि छवि ठीक रखें।

पार्टी इन पर करेगी फोकस

  • मप्र संगठन को पेपरलेस बनाया जाएगा। ऑनलाइन व सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ाएंगे। युवाओं को प्रशिक्षण देंगे।
  • प्रदेश और देश में भ्रम फैलाने वालों से योजनाबद्ध तरीके से निपटा जाएगा।
  • बूथ तक विधायक पहुंचें और कार्यकर्ता के घर भोजन करें। अजा-अजजा कार्यकर्ता हो तो उनके यहां जाएं।

कांग्रेस का दावा– 50 से ज्यादा विधायकों ने बनाई प्रशिक्षण शिविर से दूरी

भोपाल. इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि भाजपा संगठन 126 विधायकों के शामिल होने का दावा कर रहा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि 50 से ज्यादा विधायक शिविर से पूरी तरह दूर रहे। खासतौर पर विंध्य और महाकौशल के विधायक क्षेत्र की उपेक्षा के कारण दूर रहे। उमा भारती, विक्रम वर्मा जैसे कई वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया गया।



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