सरकार का विरोध करना सोशल साइट्स को पड़ रहा है भारी, ट्विटर की पब्लिक पॉलिसी हेड ने दिया इस्तीफा

Posted By: Himmat Jaithwar
2/8/2021

नई दिल्ली। समय-समय पर सरकार का विरोध करना सोशल साइट्स को महंगा पड़ रहा है। किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार के निशाने पर आए ट्विटर इंडिया की पब्लिक पॉलिसी हेड महिमा कौल ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, वह मार्च तक ट्विटर की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर बनी रहेंगी। महिमा का कहना है कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। महिमा 2015 में ट्विटर से जुड़ी थीं।

किसान आंदोलन को लेकर ट्विटर के प्रति सख्त है सरकार

कृषि से जुड़े तीन नए कानूनों के विरोध में देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन में हिस्सा ले रहे अधिकांश किसान संगठन ट्विटर पर सक्रिय हैं। यह किसान संगठन बढ़-चढ़कर ट्विटर के जरिए अपनी बात रख रहे हैं। कई देसी-विदेशी संगठन भी ट्विटर के जरिए किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। माना जा रहा है कि 26 जनवरी की किसान परेड में हुई हिंसा के दौरान भीड़ को ट्विटर जरिए उकसाया जा रहा था। इसके बाद से सरकार ट्विटर के प्रति सख्त बनी हुई है।

महिमा के इस्तीफे का किसान आंदोलन से लेना-देना नहीं

एक रिपोर्ट के मुताबिक, महिमा कौल के इस्तीफे का किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। महिमा ने इस साल की शुरुआत में ही ट्विटर के पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर फॉर इंडिया एंड साउथ एशिया पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था।

यह हमारे लिए बड़ा नुकसान: ट्विटर

ट्विटर ने एक बयान में कहा है कि महिमा कौल का जाना हमारे लिए बड़ा नुकसान है। वह हमारे साथ पांच साल से ज्यादा समय से जुड़ी थीं। हम उनकी इच्छा का सम्मान करते हैं। अभी महिमा मार्च तक अपने पद पर बनी रहेंगी और हम उनके इस बदलाव में पूरा सहयोग करेंगे।

किसानों से जुड़े 250 से ज्यादा अकाउंट ब्लॉक हुए थे

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने हाल ही में ट्विटर को 250 से ज्यादा ट्विट या अकाउंट को ब्लॉक करने को कहा था। इन अकाउंट पर गलत सूचना फैलाने और आपत्तिजनक हैशटैग इस्तेमाल करने का आरोप था। जांच एजेंसियों ने कहा था कि किसान आंदोलन के चलते यह ट्विट या अकाउंट कानून का उल्लंघन कर रहे थे। मंत्रालय के निर्देशों के बाद ट्विटर ने इन ट्विट्स या अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया था।

सरकार ने 1100 से ज्यादा अकाउंट्स को हटाने के लिए कहा

केंद्र सरकार ने एक बार फिर ट्विटर से 1100 से ज्यादा अकाउंट्स को हटाने के लिए कहा है। इन अकाउंट्स पर किसान आंदोलन को लेकर गलत सूचना और उत्तेजक सामग्री फैलाने का आरोप है। सरकार का आरोप है कि यह अकाउंट पाकिस्तानी या खालिस्तानी ऑपरेटर्स की ओर से संचालित किए जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने किसानों के समर्थन में विदेशी हस्तियों की ओर से किए जा रहे ट्विट को लेकर ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी के सामने आपत्ति जताई है।

फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी हेड भी दे चुकी है इस्तीफा

इससे पहले हेट स्पीच को लेकर फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी हेड फॉर इंडिया अंखी दास भी इस्तीफा दे चुकी हैं। अंखी पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हेट कंटेंट को रोकने में पक्षपात करने का आरोप था। अंखी का इस्तीफा ऐसे समय में आया था जब सरकार ने हेट स्पीच को लेकर फेसबुक, ट्विटर और अमेजन को तलब किया था। अंखी को संसद की संयुक्त समिति के सामने भी पेश होना पड़ा था।



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